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मेरे हो तुम खेवनहार

কথা -

मेरे हो तुम खेवनहार
तुम बिना न कोई आधार
हो  मोरे देवा, हो मोरे देवा।।

यह जग है एक भ्रम के माया
निकल न पाते हम
सासों का बस आना जाना
जीवन का अन्त।
कर लो मुझको स्वीकार हो
तुम बिना न कोई आधार।।

सुना था मेरे दिल का कोना
ज्योत जगाये तुम
बिश्राम दिया जीवन को ऐसा
चरणों में आये हम
रखना तुम हमको सम्भाल हो
तुम बिना न कोई आधार।।

एक एक सांस में तुझे पुकारू
मति देना ऐसी
चरणों की प्रभु धूल बन पाऊँ
सुमति देना ऐसी
अन्त में  देना न बिसार
तुम बिना न कोई आधार।।




১লা সেপ্টেম্বর সৎসঙ্গ ২০০৯